आवश्यकता है होश दिवस की

१६ अक्टूबर को  'एनेस्थीसिया डे' अर्थात् 'मूर्छा दिवस' होता है

प्रेरित होकर प्रस्तुति

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कोई होश दिवस मनाए

हम सबको होश में लाये

जो हो रहा है

उसकी जांच परख करवाए।

यहां सब सो रहे हैं

किसका धन है काला

किसका है सफ़ेद

कौन हमें बतलाए।

कुछ दुकानें बन्द हो रहीं

कुछ की दीवाली सज रही

इधर बार-बार बाढ़

आ रही

और दुनिया है कि

पानी को तरस रही

कौन बतलाए

कोई होश दिवस मनाएं

हम सबको होश में लाये।

 

बैंक डूब रहे

निकासी बन्द हो रही

सुनते हैं कुछ मंदी है

पर सरकार कहे सब चंगी है

सच को कौन हमें समझाए

कोई होश दिवस मनाए

हम सबको होश में लाये

जो हो रहा है

उसकी जांच परख करवाए।