अपमान-सम्मान की परिभाषा क्या करे कोई
बस दो अक्षर का फेर है और भाव बदल जाता है
दिल को छू जाये बात तो अंदाज़ बदल जाता है
अपमान-सम्मान की परिभाषा क्या करे कोई
साथ-साथ चलते हैं दोनों, कौन समझ पाता है
बस दो अक्षर का फेर है और भाव बदल जाता है
दिल को छू जाये बात तो अंदाज़ बदल जाता है
अपमान-सम्मान की परिभाषा क्या करे कोई
साथ-साथ चलते हैं दोनों, कौन समझ पाता है