मेरे दिल के घाव
नहीं चाहती मैं मेरे दिल के घाव बादलों-से बरसें
नहीं चाहती मैं मेरे दिल के घाव कोई भी पढ़ ले
अपने ही हाथों में अपना दिल थामकर बैठी हूॅं मैं
नहीं चाहती मैं मेरे दिल के हाल पर कुछ लिख ले
नहीं चाहती मैं मेरे दिल के घाव बादलों-से बरसें
नहीं चाहती मैं मेरे दिल के घाव कोई भी पढ़ ले
अपने ही हाथों में अपना दिल थामकर बैठी हूॅं मैं
नहीं चाहती मैं मेरे दिल के हाल पर कुछ लिख ले