मतदान

मतदान करने चले, नाम प्रत्याशी का ज्ञात नहीं।

किसको चुनना, क्यों चुनना, चर्चा की तो बात नहीं।

कोई आये, कोई जाये, हमें तो बस रोना ही आता है

अधिकारों का उपयोग करें, इतनी हममें सामर्थ्य नहीं।