सच कड़वा है

उपदेशों से डरने लगी हूॅं जीवन जीने के लिए मरने लगी हूॅं

दुनियाा बड़ी मनमोहिनी, इच्छाओं को पूरा करने में लगी हूॅं

पता है मुझे खाली हाथ आये थे, खाली हाथ ही जायेंगे

सच कड़वा है, सबके साथ मैं भी मुट्ठियाॅं भरने में लगी हूॅं।