शंख-ध्वनि

तुम्हारी वंशी की धुन पर विश्व संगीत रचता है

तुम्हारे चक्र की गति पर जीवन चक्र चलता है

दूध-दहीं माखन, गैया-मैया, ग्वाल-बाल सब

तुम्हारी शंख-ध्वनि से मन में सब बसता है।