छोटे-छोटे मतभेदों पर
गाल सुजाये बैठे हैं, मुंह फुलाए बैठै हैं
छोटी-छोटी बातों पर होंठ दबाए बैठे हैं
छोटे-छोटे मतभेदों पर ऐसे कोई करता है
फूली जली रोटी-से आंख चढ़ाए बैठे हैं
गाल सुजाये बैठे हैं, मुंह फुलाए बैठै हैं
छोटी-छोटी बातों पर होंठ दबाए बैठे हैं
छोटे-छोटे मतभेदों पर ऐसे कोई करता है
फूली जली रोटी-से आंख चढ़ाए बैठे हैं