नहीं जानें कौन अपराधी कौन महान
बहन के मान के लिए रावण ने लगाया था दांव पर सिंहासन
पर-आरोपों के घेरे में राम ने त्यागा पत्नी को बचाया सिंहासन
युग बदला, रावण को हम अपराधी मानें, दुर्गा का करें विसर्जन
विभीषण की न बात करें जिसने कपट कर पाया था सिंहासन