ताल-तलैया पोखर भैया

ताल-तलैया, पोखर भैया,

मैं क्‍या जानू्ं

क्‍या होते सरोवर मैया।

बस नाम सुना है

न देखें हमने भैया।

गड्ढे देखे, नाले देखे,

सड़कों पर बहते परनाले देखे,

छप-छपाछप गाड़ी देखी।

सड़कों पर आबादी देखी।

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जब-जब झड़ी लगे,

डाली-डाली बहके।

कुहुक-कुहुक बोले चिरैया ।

रंग निखरें मन महके।

मस्‍त समां है,

पर लोगन को लगता डर है भैया।

सड़कों पर होगा

पोखर भैया, ताल-तलैया

हमने बोला मैया,

अब तो हम भी देखेंगे ,

कैसे होते हैं ताल-तलैया,

और सरोवर, पोखर भैया ।