जीवन में अपनेपन के द्वार बहुत हैं
जीवन में आस बहुत है, विश्वास बहुत है
आस्था, निष्ठा, श्रद्धा के आसार बहुत हैं
बस एक बार संदेह की दीवारें गिरा दो
जीवन में अपनेपन के खुले द्वार बहुत हैं।
जीवन में आस बहुत है, विश्वास बहुत है
आस्था, निष्ठा, श्रद्धा के आसार बहुत हैं
बस एक बार संदेह की दीवारें गिरा दो
जीवन में अपनेपन के खुले द्वार बहुत हैं।