जीते जी मूर्तियों पर हार
बाज़ार में बिक रहे हैं
कीर्ति-ध्वज, यश-पताकाएं,
जितनी चाहें
घर में लाकर सजा लें,
कुछ दीवारों पर टांगे,
कुछ गले में लटका लें,
नामपट्ट बन जायेंगे,
मूर्तियों पर हार चढ़ जायेंगे ।
द्वार पर मढ़ जायेंगे ।
पुस्तकों पर नाम छप जायेंगे ।
हार चढ़ जायेंगे ।
बस झुक कर
कुछ चरण-पादुकाओं को
छूना होगा,
कुछ खर्चा-पानी करना होगा,
फिर देखिए
कैसे जीते-जी ही
मूर्तियों पर हार चढ़ जायेंगे ।