क्रोध कोई विकार नहीं
अनैतिकता, अन्याय, अनाचार पर क्या क्रोध नहीं आता, जो बोलते नहीं
केवल विनम्रता, दया, विलाप से यह दुनिया चलती नहीं, क्यों सोचते नहीं
नवरसों में क्रोध कोई विकार नहीं मन की सहज सरल अभिव्यक्ति है
एक सुखद परिवर्तन के लिए खुलकर बोलिए, अपने आप को रोकिए नहीं