ऐसे ही हैं हम

वर्तमान में

सम्भ्रान्त होने के लिए

भद्र अथवा शिष्ट बनने के लिए

नहीं चाहिए मधुर वाणी

सरल स्वभाव

विनम्रता अथवा कोमल भाव।

बस चाहिए

बड़ा-सा मोबाईल

टिप-टाप अन्दाज

आधुनिकतम् ऐसी वेशभूषा

जिसका कोई नाम हो।

टूटी-फूटी अंग्रेज़ी के साथ

कुछ स्लैंग्स,

वीडियो, यूट्यूब, रील्स,

इंस्टा की निरर्थक वार्ता।

 

तब आपकी वाणी

आपका स्वभाव

सब उपेक्षणीय हो जायेगा

बोलें आप कितना भी अभद्र

कितना अशिष्ट

सब क्षम्य हो जायेगा।