अपनी खुशियों को संभालकर रखा कीजिए

अपनी संवेदनाओं को

अपनी नाराज़गियों को

अपनी खुशियों को

संभालकर रखा कीजिए,

बस अपने भीतर

पचाकर रखिए।

किसी अतिथि आगमन पर

डाईनिंग टेबल पर

डोंगों में, प्लेट में

कांटे-छुरी के साथ

मत परोस दीजिए,

खाएंगे, पीयेंगे,

मोटी-सी डकार लेंगे

और सारी दुनिया में

कसैली हवा भर देंगे।