रोटी, कपड़ा  और मकान Food, Clothing, Shelter

रोटी, कपड़ा  और मकान

चाहिए तो बोलो

हर-हर भगवान।

न मेहनत कर, न बीज बो

बस किसी के चरणों में

सिर टिका दे

और बोलता रह हरदम

हे भगवान, हे भगवान।

भगवान नहीं हैं वे

पर तू मानकर चलना

चरण-वन्दन करते रहना

नाम की मत देखना

आन की मत देखना

दान देखना, रहने का ठौर देखना

बस ढूॅंढ ले कोई नया दर

उस पर सर टिकान।

समय-समय पर बदलते रहना

किसी एक के पीछे मत लगे रहना।

नज़दीकियाॅं, दूरियों की समझ रखना।

एक छूटे, दूसरा ले ले,

सबसे बनाये रखना,

दीन-ईमान न परखना

बस अपनी झोली का

भार परखना।

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