मन सूना लगता है
दुनिया चाहे सम्मान दे, पर अपने मन को परखिए।
क्या पाया, क्या खाया, क्या गंवाया, जांच कीजिए।
कीर्ति पताकाएँ लहराती हैं, महिमा-गान हो रहा,
फिर भी मन सूना लगता है, इसका कारण जांचिए।
दुनिया चाहे सम्मान दे, पर अपने मन को परखिए।
क्या पाया, क्या खाया, क्या गंवाया, जांच कीजिए।
कीर्ति पताकाएँ लहराती हैं, महिमा-गान हो रहा,
फिर भी मन सूना लगता है, इसका कारण जांचिए।